जिलाधिकारी सावन कुमार ने शनिवार को दोपहर सदर अस्पताल की औचक जांच कर मरीजों को और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराने के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीएम ने शुक्रवार की दोपहर 12.40 बजे सदर अस्पताल पहुंचे, जहां ईद बंद ओपीडी का जांच कर इमरजेंसी पहुंचे इमरजेंसी मुख्य गेट पर डीएम से मरीज के परिजनों ने कहा कि सर सदर अस्पताल का समरसेबल पंप खराब है पानी के लिए दिक्कत हो रही है। वही नाश्ता देने वाली जीविका दीदी स्वयं अंगूर खाते हुए मरीज के बीच बांट रही है। डीएम ने कहा समरसेबल पंप बनाने का काम चल रहा है. जल्द चालू हो जाएगा। जबकि आप लोगों की पेयजल की समस्या को देखते हुए पीएचडी विभाग से टैंकर मंगवाया गया है. जिसका लाभ उठावे डीएम ने इमरजेंसी डॉक्टर अभिलाष चंद्रा व प्रभारी उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार से मरीजों का बेहतर इलाज कराने को कहा, वहीं उपस्थित रंगीन शर्ट पहने स्वास्थ्य कर्मी को ड्रेस पहनने का हिदायत भी दी। डीएम ने इमरजेंसी से जन्म व मृत्यु रजिस्ट्रेशन काउंटर को हटाने को कहा। डीएम ने जीविका दीदी रसोई में कार्यरत कर्मियों को मरीजों को दिए जाने वाले भोजन व नाश्ता की क्वालिटी बेहतर देने को कहा रिक्त पड़े पदों पर नए लोगों को चार्ज देने के लिए डॉ मीना कुमारी को कहते हुए सीएस कार्यालय से दवा ऑनलाइन अपडेट कराने को कहा वहीं पहली मंजिल पर भर्ती वार्ड के सभी लोहे के ग्रिल में मोटा पर्दा लगाने का निर्देश दिया ताकि मरीजों को गर्मी से बचाव किया जा सके। सीएस व डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल द्वारा बताया गया कि प्रतिमा सदर अस्पताल में 90से 100 सिजेरियन ऑपरेशन किया जाता है। जिसपर डीएम ने कहा कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर को अन्य कार्यों से मुक्त रखा जाए। संस्थागत प्रसव सदर अस्पताल के प्रतिमा मे प्रतिमाह 400 से 500 ऑपरेशन किया जाता है। एसएनसीयू में इलाजरत भर्ती नवजात को डीएम सावन कुमार ने देखा।
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