केरेडारी थाना क्षेत्र अंतर्गत पाताल पंचायत के दामोदर नदी से बालू का उठाव पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके नियम कानून को ताक पर रखकर घोर उल्लंघन किया जा रहा है।रोक के बावजूद बालू का ट्रैक्टर के माध्यम से नदी से अवैध रूप से बालू का उठाव किया जा रहा है और धड़ल्ले से तस्करी भी की जा रही है। केरेडारी में बालू का अवैध कारोबार रोक पाने में पुलिस प्रशासन हो या खनन विभाग पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। यूं कहें कि बालू कारोबार के आगे केरेडारी प्रशासन और खनन विभाग ने घुटने टेक दिए हैं। अनुमंडल प्रशासन बालू का अवैध कारोबार करने वालों के आगे बौनी साबित हो रही है।आज तक बालू कारोबार करने वाले के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई ना जिला प्रशासन कर पाई है और ना खनन विभाग। नतीजतन बालू का अवैध कारोबार करने वाले माफिया धड़ल्ले से अपने कारोबार को अंजाम देने में लगे हुए हैं। अब दिन के उजाले में दामोदर नदी बड़े पैमाने पर बालू उठाव कर दिन दहाड़े हो रहा है: थाना क्षेत्र में पिछले साल से बालू के खनन पर रोक लगे रहने के बावजूद केरेडारी बालू माफियाओं के द्वारा खनन का धंधा बेरोकटोक जारी रखे हुए हैं। पहले तो पुलिस प्रशासन की डर रहती थी।जिसके कारण रात के अंधेरे में छिटपुट बालू चोरी की जाती थी। लेकिन माफियाओं के द्वारा अब दिन के उजाले में दामोदर नदी से बालू उठाव कर दिन दहाड़े बालू लदे ट्रैक्टर गुजरना आम हो गया है। लेकिन सूचना के बाद भी प्रशासन नदी घाट पर नहींं पहुंचती है।जो उनकी मिली भगत को दर्शाता है। लिहाजा क्षेत्रों में बालू के अवैध कारोबार में अंधेरगर्दी मची हुई है। थाना क्षेत्र के दामोदर नदी से बालू उठाकर रेलवे द्वारा चल रहे कार्य तकरीबन 5 महीना से उस कार्य में काफी सारा बालू का इन्वेस्टमेंट हुआ है, तथा केरेडारी थाना क्षेत्र के कोले ,हेंडेगीर, मेडी ,पाताल के रास्ते खनन कर कई गांवों में बालू लदे ट्रैक्टर का परिचालन किया जा रहा है। माफियाओं के द्वारा प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर बालू की ढुलाई कराया जा रहा है। इस मामले में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।
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