सतना- इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र के रीवा और शहडोल संभाग की सीटों पर चुनावी.

मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र के रीवा और शहडोल संभाग की सीटों पर चुनावी मुकाबला बेहद रोचक होगा। इस बार भाजपा, कांग्रेस के मुकाबले एक और नया दल भी होगा। दोनों संभागों की 30 सीटों पर नए दल विंध्य जनता पार्टी यानी वीजेपी के प्रत्याशी भी चुनावी समर में ताल ठोकते नजर आएंगे। विंध्य पुनरोदय और विंध्य प्रदेश के पुनर्गठन की मांग को लेकर आंदोलन चला रहे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। यह अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थीं कि अपने बागी तेवरों के कारण प्रदेश की राजनीति में हमेशा सुर्खियों में रहने वाले नारायण अपनी पार्टी को विधानसभा चुनाव में उतार सकते हैं, लेकिन अब नारायण ने इन अटकलों पर मुहर लगा दी है। मैहर में आयोजित विंध्य प्रीमियर लीग सीजन-2 के समापन समारोह के दौरान मैहर स्टेडियम में रीवा, शहडोल संभाग की 30 सीटों पर वीजेपी प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने का ऐलान नारायण ने खुद किया। अब तक सपा, कांग्रेस और भाजपा से चार मर्तबा विधायक निर्वाचित हो चुके नारायण ने नेता जी सुभाष चंद बोस के ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ नारे की तर्ज पर विंध्य की जनता से विंध्य पुनरोदय के संघर्ष में सहयोग- समर्थन का आह्वान करते हुए कहा, ‘तुम मुझे 30 दो मैं तुम्हें 2024 में विंध्य दूंगा।’ 15 अप्रैल तक आएगा विंध्य जनता पार्टी का पंजीयन नारायण के इस ऐलान से सतना ही नहीं प्रदेश भर में सियासी गरमाहट बढ़ गई है। क्योंकि ‘माई के लाल मूवमेंट’ के बावजूद पिछली बार विंध्य की 30 सीटों में से 27 सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी। अब अगर इस बार नारायण की वीजेपी चुनाव मैदान में उतरी तो इसका सीधा असर बीजेपी के वोटों और रीवा – सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर और उमरिया जिले में भाजपा के कब्जे वाली सीटों पर पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता। नारायण ने कहा कि उनकी पार्टी विंध्य जनता पार्टी (VJP) का रजिस्ट्रेशन हो गया है, 15 अप्रैल तक पंजीयन आ जाएगा। इस बार वीजेपी प्रत्याशी भी बीजेपी – कांग्रेस के मुकाबले मैदान में होंगे। विंध्य के लोग विंध्य की पार्टी से चुनाव लड़ने का मन बना लें। नारायण बोले- हम अपना विंध्य लेकर रहेंगे नारायण ने कहा, शुरुआत इन 30 सीटों से होगी और फिर इसका विस्तार उन तमाम जिलों और क्षेत्रों में भी किया जाएगा, जो मध्य प्रदेश में विलय के पहले विंध्य प्रदेश का हिस्सा थे। लेकिन उसके पहले हमें अपना यह घर ठीक करना होगा। 7 जिलों की 30 सीटों पर लड़ना और जीतना होगा। हम अपना विंध्य लेकर रहेंगे। नारायण ने कहा कि सरकार को विंध्य को प्रदेश और मैहर को जिला बनाना पड़ेगा। हमारे साथ अन्याय हुआ है, हमारा विंध्य हमसे छीना गया है, हम इसे वापस लेकर रहेंगे। विंध्य की मांग करने में नेता सरकारों की नाराजगी से डरते रहे हैं, लेकिन मुझे कोई डर इसलिए नहीं है क्योंकि मेरा इस मप्र की धरती पर कोई धंधा-कारोबार नहीं है, जिसे सरकार बंद करा दे। मेरा एक ही सपना विंध्य प्रदेश का पुनरोदय हो क्योंकि हमारे क्षेत्र और हमारी पीढ़ियों का विकास विंध्य प्रदेश के पुनर्गठन से ही होगा।

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