औरंगाबाद के गोह प्रखंड में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर हसपुरा के अमझर शरीफ में भारी संख्या में ओझा गुणियों और तांत्रिकों का अजीबोगरीब हरकत देखने को मिलत है ,ऐसा लग रहा था कि यह पवित्र स्थान अमझर दरगाह पूरी तरह आज भूतिया हो गया है। लोग इस मेला को भूतना मेला भी कहते हैं और इस दौरान दूर-दूर से आए तांत्रिक ओझा गुणियों के द्वारा यहाँ अंधविश्वास का खेल चलता है उसे देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक तरफ जहां हम 21वीं सदी में रहने की बात करते हैं। लेकिन दूसरी तरफ आज भी बहुत सारे लोग अंधविश्वास के दौर में जी रहे हैं। खास बात यह है कि तांत्रिकों के द्वारा अपने तंत्र विद्या से भोले भाले इंसान तथा खासकर महिलाओं युवतियों व किशोरियों को अपने झांसे में लिया जाता है और इलाज के नाम पर अजीबोगरीब हरकत किया जाता है। जिसे देखकर हैरानी होती है ।अमझर शरीफ के दरगाह पर ढेर सारे तांत्रिकों का बाजार लगता है जहां ढोलक के थाप पर अजीबोगरीब आवाज के साथ भूत खेली का खेल होता है। जिसमें लोग अजीबोगरीब हरकत करते नजर आते हैं इस दौरान तांत्रिकों के द्वारा भोले भाले इंसानो के साथ अमानवीय व्यवहार भी करते नजर आते हैं जो कही से भी मानवता के हित में नही है , यह नजारा खास कर उस समाज मे दिखता है जहाँ शिक्षा की अभाव है इन्हें जागरूक करने की जरूत है क्यो अंधविश्वास के चक्कर मे लेकर लोगो से चढ़ावे के नाम पर मोटी रकम की भी उगाही किया जाता है जो कहि से उचित नही है।
Posted inBihar