23मार्च को पचना रोड स्थित रामसखी वाटिका मे बारह बजे अपराह्न से भारत की जनवादी नौजवान सभा (DYFI) तथा भारत छात्र फेडरेशन (SFI)के संयुक्त नेतृत्व में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के शहादत दिवस का कार्यक्रम भारत की जनवादी नौजवान सभा के राज्य संयुक्त सचिव दीपक वर्मा के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस कार्यक्रम में भगत सिंह के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया तथा विचार गोष्ठी भी किया गया। अपने अध्यक्षता संबोधन में दीपक वर्मा ने कहा कि जेल मे ” भगत सिंह की आखिरी इच्छा जानने के लिए उनके वकील प्राणनाथ मेहता फाँसी से दो घंटे पहले उनसे मिलने में सफल रहे थे।भगत सिंह पिंजरे में बंद किसी शेर की तरह अपनी कोठरी में चहलकदमी कर रहे थे।उन्होंने मुस्कुराकर मेहता का स्वागत किया और उनसे पूछा कि क्या वे उनके द्वारा मँगवाई गई किताब ‘ द रेवाॅल्यूशनरी लेनिन’ ले आए थे।भगत सिंह ने मेहता को एक संदेश भेजकर खासतौर से यह किताब मँगवाई थी, क्योंकि एक अखबार में छपी इसकी समीक्षा से वे बहुत ज्यादा प्रभावित हुए थे।मेहता ने किताब उनकी ओर बढ़ा दी तो वे खुशी से झूम उठे और फौरन ही इसे पढ़ने लगे ,मानो उन्हें इस बात का अहसास हो कि उनके पास ज्यादा समय नहीं था। मेहता ने उनसे पूछा कि क्या वे राष्ट्र को कोई संदेश देना चाहेंगे । भगत सिंह ने किताब से आँखें हटाए बिना कहा, ” सिर्फ दो संदेश हैं–‘साम्राज्यवाद मुर्दाबाद’ और ‘इन्कलाब जिन्दाबाद’।” जब मेहता ने जानना चाहा कि वे कैसा महसूस कर रहे थे तो उनका जवाब था, “हमेशा की तरह बहुत खुश!’ जब मेहता ने पूछा कि क्या उनकी कोई और इच्छा भी थी तो उन्होंने कहा, ” हाँ, मैं इसी देश में दोबारा जन्म लेना चाहूँगा ,ताकि मैं एक बार फिर इसकी सेवा कर सकूँ।” सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। नौजवान सभा के भूत पूर्व नेता मोती साह ने कहा कि अंग्रेजो के जुल्मत के खिलाफ देश आजादी के लिए भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों ने देश के अंदर अग्रेजों के खिलाफ एकजुट करने का काम किया और अंग्रेजो के हर मोर्चे पर खिलाफत किया जिससे अंग्रेज घबराकर उसे गिरफ्तार कर लिया और आज के ही दिन उसे फांसी दे दिया। मजदूर नेता शंकर राम ने कहा कि भगत सिंह का मुख्य उद्देश्य था अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेकरकर एक समाजवादी वतन की स्थापना करना जो आज भी प्रासंगिक है। आठवीं की छात्रा अंजली और प्रिया ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम में SFI नेता पंकज वर्मा, DYFI से सुभाष कुमार,गौरव कुमार , बादल कुमार, अनुज कुमार,कुंदन कुमार, कपिलदेव पासवान, किसान नेता शिवदानी सिंह बच्चन, योगी यादव, शिक्षक दिनकर कुमार, रंजीत कुमार , खेत मजदूर नेता संजय अनुरागी , वार्ड पार्षद सह पूर्व छात्र नेता सुनील कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।
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