झरिया के धनसार स्थित विश्वकर्मा परियोजना में कोयला चोरी के खिलाफ तीन यूनियनों ने गोलबंद होकर परियोजना के ट्रांसपोर्टिंग को ठप कर दिया है । इस आंदोलन में मासस, जनता मजदूर संघ और झारखंड मुक्ति मोर्चा एक साथ हाथ से हाथ मिलाए खड़े दिखे। नेताओं ने पूरे कोयला डिस्पैच का काम पूरी तरह से ठप कर दिया। साथ ही विशाल आक्रोश रैली निकाल कर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए परियोजना के कोल्ड डंप का घेराव किया । वही मासस नेता धर्म बाउरी ने बताया की विश्वकर्मा परियोजना में ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर कोयला की लूट मची हुई है कोयला तस्कर धड़ल्ले से कोयले की चोरी कर रहे है जबकि प्रबंधन कोयला चोरी रोकने में पूरी तरह से विफल है। ऐसे अधिकारी को यहां से यथाशीघ्र स्थानांतरण कर हटा देना चाहिए । आपको बता दे कि 2 दिन पूर्व ब्लेक लिस्टेड हाइवा से कोयला चोरी करते हुए कोयला भवन की टीम ने हाइवा को पकड़ा था। जिसे केंदुआडीह पुलिस को सुपुर्द किया गया है । लेकिन इस मामले में अबतक प्रबंधन के तरफ से एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है जिससे लोगों में नाराजगी है। कहीं ना कहीं प्रबंधन अपनी नाकामियों को छुपा रही है। वही जनता मजदूर संघ की नेत्री सुमन हसदा ने बताया की विश्वकर्मा परियोजना से कोयले की चोरी के कारण प्रबंधन मजदूरों को मैनुअल लोडिंग के लिए कोयला उपलब्ध नहीं करवा पा रही है जिस कारण मजदूरों की स्थिति भुखमरी के कगार पर है। हर सप्ताह मजदूर 2 दिन काम करते हैं और 5 दिन काम से बैठ जाते हैं जो गंभीर विषय है प्रबंधन को इस पर ध्यान देना चाहिए । वही जेएमएम नेता किशोर मुर्मू ने बताया की प्रबंधन और ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत के कारण विश्वकर्मा परियोजना से कोयले चोरी हो रहा है जो एक गंभीर विषय है। प्रबंधन अगर कोयला चोरो पर अंकुश नहीं लगाती है और कोयला चोरी रोक नहीं पाती है तो आने वाले दिनों में तीनों यूनियनों और मजदूरों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा ।
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